skip to main
|
skip to sidebar
bharatkagyan
This blog is about indian knowledge!!
Wednesday, June 3, 2009
समय बहुत बलवान होता है। एक से एक दानी , बलवान , बैरागी , अनुरागी , सम्राट इस धरती पर आए , पर यहाँ अमरहो क्र कोई नही रह पाया । सभी को म्रत्यु रूपी महा यात्रा करनी ही पड़ी ।
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Powered by
Blogger
.
Followers
Blog Archive
►
2020
(1)
►
February
(1)
►
2017
(2)
►
December
(2)
►
2015
(3)
►
October
(1)
►
August
(1)
►
May
(1)
►
2013
(1)
►
May
(1)
►
2011
(1)
►
November
(1)
►
2010
(3)
►
January
(3)
▼
2009
(36)
►
November
(3)
►
October
(3)
►
September
(1)
▼
June
(14)
मुख्य त्यौहार
हमारे त्यौहार
हमारे मुख्य त्यौहार
भारत की झांकी
हमारे द्वारा दिया गया अन्न जल पितरो को कैसे मिलता ...
मेलन यानि की मृत प्राणी को पितरों में मिलाना
एकादशः के कृत्य
दस दिन के पिंड का विधान
मृतक के हितार्थ कृत्य
अस्थि संचय निमित्त छठा पिंड दान
शव को धर से बहार निकलने के पहिले जावा या चावल के आ...
देह त्याग के बाद के क्रत्यदेह त्याग के बाद के क्रत...
समय बहुत बलवान होता है। एक से एक दानी , बलवान , बै...
All 25 posts on this page are selected. Select all...
►
May
(7)
►
April
(8)
About Me
bhartkagyan
View my complete profile
No comments:
Post a Comment