महाभारत भारत का एक प्राचीन ग्रन्थ है। महाभारत की रचना करीब ५००० वर्ष पहले की है। जिससे यह सबसे प्राचीन सभ्यता कही जा सकती है। यदपि इसका कोई प्रमाणिक अध्यनन नहीं है फिर भी जिस प्रकार यह ग्रन्थ लिखा गया है यह किसी प्रकार से काल्पनिक नहीं लगता। अभी भी ढेरो ऐसे उदहारण मिले है जिससे महाभारत काल का अच्छी तरह पता लगाया जा सकता है।
भगवान श्री कृष्ण भी महाभारत काल के एक पात्र है और एक ऐसे पात्र जिसने जीवन की परिभाषा ही बदल दी। भगवान श्री कृष्ण के लिए जितना भी लिखो कम है क्यों की वह एक ऐसे चरित्र हैं जिसे शब्दों में परिभाषित करना बहुत मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
भागवान श्री कृष्ण का जीवन एक सम्पूर्ण उद्देश्य है जो अपने आप में संपूर्ण है।
!! जय माता दी !!
Wednesday, April 22, 2009
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सही कहा...........इसीलिए तो कहते हैं..........जे श्री कृष्ण........उसकी ही माया है
ReplyDeletenarayan narayan
ReplyDeleteब्लोग जगत मे आपका स्वागत है। मेरे ब्लोग पर पधारे। बहुत सुन्दर रचना है
ReplyDeleteComments ke liye Dhanyawad!!
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