कहते है की हर सफल आदमी के पीछे
एक औरत का हाथ होता है '
यह साबित करता है की पीछे रह कर भी
प्रसिद्धि पाई जा सकती हैं
अगर एक के पीछे
शून्य नहीं होता
तो वह लाख करोड़
नहीं बन पा ता।
पीछे रहकर ही डोर
पतंग को उड़ाती है
काबू रखती है और
नाचा ती है
डोर से टूट कर पतंग
अस्तित्व हीन हो कर
कई हाथो में पद कर
अपनी हस्ती ही खो देती है.
लम्बी तलवार भी
मूठ के बिना बेकार है
पीछे रह कर ही मूठ
तलवार से वार कराती है।
पीछे लगे धागा के बिना
सुई भी बेकार है
वह धागा ही दो हिस्सों को
जोड़ने का कार्य करता है
पीछे लगी प्रत्यंचा के बिना
धनुष बेकार है
शर चढ़ा कर प्रत्यंचा
पीछे खीांच कर घ वार होता है
सूप जब फटकता है
तो थोथा आगे बड़ा कर
सार सार पीछे रख लेता है
बुद्धिमान हमेशा पीछे
बैठने की कोशिश करता है
वह अपने गुणों के कारन
आगे बुलाया जाता है.
हाथ धोकर किसी के
पीछे पड़ जाने को
सफलता का
सूत्र मन जाता है